हिन्दू बाहुल्य होने के कारण ही भारत धर्मनिरपेक्ष व लोकतांत्रिक देश
अथाह संवाददाता
मेरठ।शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी जी रिहाई के लिये दिव्यांग संत बालयोगी ज्ञाननाथ जी व प्रज्ञाचक्षु स्वामी कृष्णानंद गिरी जी के नेतृत्व में 27 फरवरी 2022 को हरिद्वार के सर्वानन्द घाट से दिल्ली गाँधी की समाधि को जाने वाले सन्तो का कारवां आज मेरठ पहुँचा।यह संत गांधी की समाधि पर पहुँच कर जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी जी की रिहाई तक आमरण अनशन करेंगे।
मेरठ में यह कारवाँ मेरठ के विभिन्न धार्मिक व्यक्तियों और हिंदूवादी कार्यकर्ताओं से मिलने गया जहाँ उन्होंने अपनी पीड़ा व्यक्त की।इसी क्रम में शुक्रवार को ये संत सूरजकुण्ड स्थित बाबा मनोहरनाथ मन्दिर महामंडलेश्वर साध्वी निलिमानंद का आशीर्वाद लेने पहुँचे जहाँ उन्होंने पत्रकारों और उपस्थित जन समूह के वार्ता भी की।इस अवसर पर श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी ने कहा कि हिन्दुओ के घटते हुए जनसंख्या अनुपात ने सम्पूर्ण विश्व को खतरे में डाल दिया है।
अब ये सुनिश्चित हो चुका है कि 2029 में भारत का प्रधानमंत्री मुस्लिम होगा।इसके बाद भारत पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान की तरह हिन्दुओ तथा अन्य धार्मिक अल्पसंख्यक समूहों का कब्रिस्तान भर बन कर रह जायेगा।भारत का प्रधानमंत्री मुस्लिम बनने के केवल 20 वर्षों बहुत बड़ी संख्या में हिन्दुओ का नरसंहार और जबरन धर्म परिवर्तन हो जाएगा।बहुत कम संख्या में हिन्दू बचेंगे जो विदेशों में या शरणार्थी शिविर में रहेंगे।उन्होंने कहा कि इस्लामिक राष्ट्र के रूप में भारत विश्व की सबसे विध्वंसक शक्ति बनेगा और सम्पूर्ण विश्व के विनाश की रूपरेखा को सुनिश्चित करेगा।
अगर हिन्दू समाज इस महाविनाश को टालना चाहता है तो हिन्दुओ को अपनी जनसंख्या बढ़ाकर अपने परिवारों को मजबूत करना पड़ेगा।इसके अलावा अब कोई रास्ता नहीं बचा है।इस अवसर पर स्वामी अमृतानंद ने बताया कि केवल हिन्दू बाहुल्य होने कर कारण ही भारत धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक देश है।
जिस दिन भारत हिन्दू बाहुल्य नहीं रहेगा,उस दिन न तो लोकतांत्रिक रहेगा और न ही धर्मनिरपेक्ष।बल्कि हिन्दू बाहुल्य न रहने पर भारत सम्पूर्ण मानवता का सबसे बड़ा खतरा होगा।दुनिया को निर्दोष लोगों के खून से नहलाने वाले और उनके समर्थक हमें धर्मनिरपेक्षता का पाठ ना पढ़ाये। महामंडलेश्वर साध्वी निलिमानंद ने पदयात्रा का समर्थन करते हुए हर तरह के सहयोग का आश्वासन दिया।